टी-20 विश्व कप में भारतीय टीम की नाकामी के सबक

करोड़ों भारतीय क्रिकेटप्रेमियों को मिली निराशा आखिरकार सधे खेल और दिमागी मजबूती की लय में आस्ट्रेलिया ने न्यूजीलैंड को आठ विकेट से हराकर अपना पहला टी-20 विश्वकप जीत लिया। कोरोना संकट के बीच रविवार को हुए फाइनल के साथ ही क्रिकेट के सबसे छोटे व रोचक प्रारूप के महाकुंभ का समापन हो गया। लेकिन न्यूजीलैंड टीम पूरे आत्मविश्वास के साथ बढ़िया खेली, वह बात अलग है कि आस्ट्रेलिया ने उसे जीत का मौका नहीं दिया।  मैच का निर्णय 19वें ओवर में हो.......

राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों में ओलम्पिक-पैरालम्पिक पदकवीरों का जलवा

नीरज चोपड़ा-रवि दहिया सहित 11 खिलाड़ियों को मिलेगा खेल रत्न उत्तर प्रदेश के खेल निदेशक राम प्रकाश सिंह इस बार भी सम्मान पाने से चूके खेलपथ संवाद नई दिल्ली। भारतीय पुरस्कार चयन समिति की अनुशंसा के बाद भारतीय खेल मंत्रालय ने राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों की घोषणा कर दी है।.......

जानें भारतीय खेल पुरस्कारों का इतिहास

58 साल में कब कौन हुआ सम्मानित खेलपथ संवाद नई दिल्ली। खेल पुरस्कार पाना किसी भी खिलाड़ी का सपना होता है। हर साल भारत के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों को यह दिया जाता है। हालांकि, अवॉर्ड पाने वाले खिलाड़ी का चयन कई मानदंडों के आधार पर होता है। यह पुरस्कार जीतने वाला खिलाड़ी किसी भी खेल से हो सकता है। अब तक कुल 43 खिलाड़ियों को खेलरत्न .......

सीनियर महिला हॉकी खिलाड़ियों के संन्यास का सबसे उपयुक्त समय

हॉकी इंडिया को भी कुछ साहसिक फैसले लेने की दरकार श्रीप्रकाश शुक्ला ग्वालियर। हाल ही कई पुरुष हॉकी खिलाड़ियों के संन्यास की घोषणा से हॉकीप्रेमियों को बेशक निराशा हाथ लगी हो लेकिन उन्होंने हॉकी और देशहित में सही फैसला लिया है। मैं समझता हूं कि महिला हॉकी टीम की कई उम्रदराज खिलाड़ियों को भी स्वविवेक से नई खिलाड़ियों को मौका देने के वास्ते अ.......

एसजीएफआई को खेल मंत्रालय से मान्यता नहीं

भारत में फर्जी खेल संगठनों का बोलबाला  तीन-तीन लाख रुपये लेकर बच्चों को भेज दिया बेलग्रेड आगरा के राजेश मिश्रा पर पहले भी लगे हैं आरोप खेलपथ संवाद नई दिल्ली। देश में फर्जी खेल संगठनों की बाढ़ सी आ गई है। ऐसे संगठन अपनी कमाई के लिए खिलाड़ियों से पैसे ऐंठ रहे हैं। खिलाड़ियों को ऐेसे फर्जी खेल संगठनों से सावधान रहने की जरूरत है। जो खेल खेल मंत्रालय की सूची में नहीं हैं ऐसे किसी भी खेल संगठन की कोई भी .......

पैरालम्पियन अपने परिवार के प्यार पर निसार

दिव्यांगों के हौसले को मिला टोक्यो में नया मुकाम खेलपथ विशेष नई दिल्ली। हाल ही में टोक्यो में सम्पन्न पैरालम्पिक खेलों में भारत के पैरा एथलीटों ने शानदार प्रदर्शन किया और 19 पदक लेकर स्वदेश लौटे। यह सफलता खिलाड़ियों के धैर्य, समर्पण और कड़ी मेहनत का प्रतिफल तो था ही, साथ ही था परिवार का साथ। एक मां का साहस, एक पत्नी का अटूट विश्वास, एक पिता द्वारा परिवार की सम्पत्ति बेच देने की जिजीविषा और एक बहन की भक्ति। परिवार के मजबूत समर्थन और ख.......

सिर्फ एक मेडल और सर्टिफिकेट को पसीना बहाते हैं खिलाड़ी

आयोजकों से ईनाम में नहीं मिलता एक भी रुपया क्यों? खेलपथ संवाद नई दिल्ली। जापान के टोक्यो में इस साल हुए ओलम्पिक और पैरालम्पिक गेम्स में भारतीय दल ने अभूतपूर्व प्रदर्शन किया। टीम को ओलम्पिक में एक गोल्ड समेत सात मेडल्स मिले जबकि पैरालम्पिक टीम ने पिछले सारे रिकॉर्ड्स तोड़ते हुए 19 मेडल हासिल किए। इनमें पिछले 53 साल के कुल मेडल्स से भी ज्यादा गोल्ड (5), सिल्वर (8) और ब्रॉन्ज (6) शामिल रहे।  मेडल्स के लिए इतना पसीना बहाने पर.......

नौ उपलब्धियों से टोक्यो में लहराया तिरंगा

पैरालम्पिक खेलों में भारत की गौरवगाथा  भारतीय एथलीट्स ने दो नए पैरालम्पिक रिकॉर्ड बनाए खेलपथ संवाद नई दिल्ली। टोक्यो में 13 दिन तक चले पैरा खेलों के महाकुंभ में भारत ने पांच स्वर्ण पदक समेत कुल 19 पदक जीते। यही नहीं भारतीय खिलाड़ियों ने टोक्यो में कई उपलब्धियां और कीर्तिमान भी बनाए। इन खेलों में कई गुमनाम खिलाड़ियों ने अपने पराक्रम से नई इबारत लिखी। जापान की राजधानी टोक्यो में एक साल के इंतजार के बाद आयोजित हुए पैरा.......

भारतीय दिव्यांगों का टोक्यो में तहलका

53 साल के कुल मेडलों के कीर्तिमान को एक में ही तोड़ा खेलपथ संवाद नई दिल्ली। किसी ने सपने में भी उम्मीद नहीं की थी कि हमारे 54 दिव्यांग खिलाड़ी टोक्यो पैरालम्पिक में ऐसा तमाशाई प्रदर्शन करेंगे और वहां 53 साल के कुल मेडलों का कीर्तिमान ध्वस्त हो जाएगा। जबकि ऐसा अजूबा हो चुका है। रियो पैरालम्पिक के चार मेडलों के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन को बहुत पीछे छोड़ते हुए हमारे जांबाजों ने 17 मेडलों पर मुहर लगा दी है। अभी दो दिन बाकी हैं, हमारे कई खिला.......

टोक्यो में दिव्यांग खिलाड़ियों ने बढ़ाया भारत का मान

हरियाणवी भाले से सोने पर निशाना लगाने में श्रेष्ठ श्रीप्रकाश शुक्ला दिव्यांगता की चुनौतियों को दरकिनार करते हुए भारतीय पैरा खिलाड़ियों ने टोक्यो में एक नया इतिहास रचकर यह साबित किया कि वे किसी से कम नहीं हैं। उनका हौसला मादरेवतन का मान हमेशा बढ़ाता रहेगा। टोक्यो में चल रहे पैरालम्पिक में भारतीय खिलाड़ियों की स्वर्णिम सफलता निस्संदेह प्रेरणादायक है। इस मायने में भी कि कुदरत व हालात का दंश झेलते हुए उनका मनोबल कितना ऊंचा था कि उन्होंने.......